कैश मेमोरी और वर्चुअल मेमोरी के गुप्त रहस्य

चौंकानेवाले तथ्य!

1. कैश मेमोरी एक त्वरित-पहुँच मेमोरी है जो कंप्यूटर प्रोसेसर के पास स्थापित होती है।

2. वर्चुअल मेमोरी उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध नहीं होती है, यह केवल ऑपरेटिंग सिस्टम का हिस्सा होती है।

कैश मेमोरी इंटेलिजेंट अल्गोरिदम का उपयोग करके प्रदान करती है, जो उच्चतम देख-रेख करता है कि कौन सी डेटा कैश मेमोरी में संचित की जाएगी।

वर्चुअल मेमोरी द्वारा स्थानीय स्टोरेज उपयोग करके, ऑपरेटिंग सिस्टम विशाल मात्रा के डेटा को आवश्यकतानुसार प्रवाहित कर सकता है।

कैश मेमोरी बहुत तेजी से डेटा एक्सेस कर सकती है, जबकि वर्चुअल मेमोरी का डेटा एक्सेस करने का समय अधिक होता है।

कैश मेमोरी हार्डवेयर तत्वों पर आधारित होती है, जबकि वर्चुअल मेमोरी सॉफ्टवेयर तत्वों पर आधारित होती है।

 कैश मेमोरी अपनी तीव्रता के कारण गेमिंग कंप्यूटरों में विशेष रूप से उपयोग होती है।

वर्चुअल मेमोरी ऑपरेटिंग सिस्टम को कम फिजिकल मेमोरी का उपयोग करने की अनुमति देती है, जिससे अधिक प्रोग्राम चलाए जा सकते हैं।

कैश मेमोरी में डेटा को अनुक्रमित करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि LRU (Least Recently Used) और FIFO (First-In, First-Out)।

Cache Memory in Hindi का मतलब क्या है ?