आज के इस लेख में आपका सवागत है Mouse Kitne Prakar Ke Hote Hain ये जानने से पहले क्या आप जानते हैं mouse kya hai? अगर जानते हैं तो अच्छी बात है अगर नहीं जानते तो आपको आज इसके बारे में बताते हैं। इसके साथ ये भी जानेगे माउस कितने प्रकार के होते हैं और माउस का कार्य क्या है, माउस के जनक कौन है, माउस का पूरा नाम क्या है ? आज के इस डिजिटल युग में कंप्यूटर का यूज़ एक आम बात हो गयी है क्युकि कंप्यूटर के साथ काम को कम समय व accuracy के साथ किया जा सकता है पर पहले ऐसा करना संभव नहीं था पहले के समय में manual काम होता था। इसलिए हम सभी को कंप्यूटर के बारे में एक सटीक जानकारी होना जरुरी हो जाता है और कंप्यूटर से जुड़े बोहत सारे डिवाइस हैं जिनको कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करके कंप्यूटर को चलाया जाता है जिनमें से सबसे मह्त्वपूर्ण अंग है माउस।
माउस एक इनपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर को चलाने के लिए बोहत जरुरी है यह GUI यानी ग्राफिकल यूजर इंटरफेस डिवाइस है इसके साथ कंप्यूटर में पॉइंटर की सहायता से कंप्यूटर को कंट्रोल किया जाता है और इसको बड़ी आसानी से चलाया जा सकता है। माउस का दूसरा नाम पॉइंटिंग डिवाइस है। क्या आप जानते हैं mouse ka Pura naam kya hai? माउस का पूरा नाम Manually Operated Utility For Selecting Equipment है !
Mouse Kitne Prakar Ke Hote Hain – माउस कितने प्रकार के होते हैं ?
माउस 6 प्रकार के होते हैं जिसमें मुख्य माउस के चार प्रकार है जैसे के Mechanical mouse, Optical mouse, Trackball mouse, Stylus mouse आदि !
- Mechanical mouse
- Optical mouse
- Trackball mouse
- Stylus mouse
Additional Mouse :
- Wired mouse
- Wireless mouse
4 प्रकार के माउस को डिटेल्स में जानते हैं –
Mechanical mouse:- मैकेनिकल माउस का दूसरा नाम बॉल माउस भी है ऐसा इसलिए इसके अंदर एक बॉल का यूज़ किया जाता है जिसकी मदद से पेज को स्क्रॉल up और down कर सके। सन 1972 में माउस का अविष्कार बिल इंग्लिश के द्वारा किया गया था सबसे पहले मैकेनिकल माउस का यूज़ किया जाता था और आज के समय में जैसे जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है वैसे वैसे माउस के प्रकार में वृद्धि हुयी है व advanced टाइप के माउस का उपयोग किया जा रहा है। इस तरह के माउस में पॉइंटर की दिशा बॉल घुमाने पर निर्भर करती है इसको कंप्यूटर से तार के साथ कनेक्ट किया जाता है और इसको चलाना तभी संभव है अगर एक समतल या बराबर स्थान पर रखा जाए। ऐसा करने के बाद कंप्यूटर स्क्रीन पर कर्सर को कण्ट्रोल कर सकते हैं।
Optical mouse:- ऑप्टिकल माउस को स्टैण्डर्ड मैकेनिकल माउस भी कहा गया है अगर देखा जाए तो इसमें मैकेनिकल माउस की तरह बॉल के स्थान पर LED (Light Emitting Diode) का उपयोग किया गया है और इस तरह के माउस Digital Signal Processing टेक्निक पर कार्य करते हैं आज के समय में सबसे जायदा यूज़ होना वाला माउस माना गया है ऑप्टिकल माउस को। इस टेक्निक का उपयोग करके माउस की movement व position को track किया जा सकता है। इस तरह के माउस में कर्सर पोजीशन निकलने वाली लाइट पर निर्भर करती है और यह माउस GUI पर आधारित होता है ऑप्टिकल सेंसर, LED, डिजिटल signal प्रोसेसिंग chip का प्रयोग किया जाता है।
Trackball mouse:- जैसा के इसके नाम से प्रदर्शित हो रहा है इसमें ट्रैक बॉल का इस्तेमाल किया जाता है हालांकि इस तरह के माउस ऑप्टिकल माउस की तरह होते है और trackball माउस को अपने हाथ के अंगूठ के साथ ऑपरेट कर सकते हैं। लेकिन इस तरह के माउस चलाने में मुश्किल होती है अगर दूसरे टाइप के माउस के साथ compare किया जाए। एक सिंपल सी बात है अगर माउस को चलाने में मुश्किल होगी तो उसको चलाने में समय भी लगेगा। लेकिन इस तरह के माउस कुछ प्रोफेशनल लोग ही यूज़ करते हैं सभी इस तरह के माउस का उपयोग नहीं कर सकते हैं और trackball माउस में कण्ट्रोल बोहत कम होता है।
Stylus mouse:- स्टाइलस माउस का दूसरा नाम GStick Mouse है और इस तरह के माउस एक पेन के आकार में होते हैं। इस तरह के माउस का अविष्कार Gordon Stewart के द्वारा किया गया था इसलिए इस माउस का नाम GStick पड़ा। स्टाइलस माउस टच स्क्रीन पर वर्क करता है जैसे के टच स्क्रीन लैपटॉप या टेबलेट आदि। इसकी शेप एक पेन के आकार में होने के कारण स्टाइलस पेन भी कह सकते हैं और इसमें सभी तरह के बटन पाए जाते हैं जो एक नार्मल माउस में होते हैं। आज के समय में इसका उपयोग बड़ी स्क्रीन पर स्टडी कराने के लिए किया जाता है यह एक आने वाले समय में जायदा यूज़ किया जा सकता है।
Additional Mouse:
Wired mouse:- वायर्ड माउस को एक वायर के साथ कंप्यूटर या लैपटॉप से जोड़ा जाता है और Wired mouse का दूसरा नाम corded mouse है। इस तरह के माउस optical mouse व Mechanical mouse की केटेगरी में आते हैं और इनको कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए usb cable का उपयोग किया जाता है। इस टाइप के माउस में दिकत बोहत कम देखने को मिलती है क्यूकि ये सीधा वायर्ड के साथ कंप्यूटर से जुड़ जाते हैं और ना इनकी signal strength में कोई फरक देखा गया है। सीधा वायर के साथ कनेक्ट होने के कारण किसी भी तरह के बैटरी का यूज़ नहीं होता है !
Wireless mouse:- जैसे के इसके नाम से प्रदर्शित हो रहा है wireless mouse जो बिना वायर के कंप्यूटर से कनेक्ट होते हैं उन्हें wireless mouse कहते हैं। इस तरह के माउस को चलाने के लिए wireless टेक्निक का यूज़ किया जाता है जिसमे बिना वायर के डिवाइस कंप्यूटर से कनेक्ट की जाती है इसके दो पार्ट होते हैं एक रिसीवर जो कंप्यूटर के usb पोर्ट में लगाया जाता है और दूसरा इसका माउस होता है जिसके द्वारा कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाता है। वायरलेस माउस में बैटरी का यूज़ किया जाता है ताकि माउस पावर मिल सके अगर बैटरी low हो गयी है तो इनको चार्ज किया जाता है जैसे हम अपने मोबाइल की बैटरी को चार्ज करते हैं।
Mouse Ke Karya – माउस के कार्य
माउस के साथ multipurpose काम किये जा सकते हैं जिसमें Pointing, Selecting, Clicking, Dragging And Dropping, Scrolling को रखा गया है और आएये जानते हैं इनका कार्य क्या है ?
- Pointing:- जब माउस के साथ कर्सर को इधर उधर किया जाता है तो अगर हमे किसी item को सेलेक्ट करना है तो एक पॉइंटर शो होगा और इसका दुसरा नाम Hovering है।
- Selecting:- अगर हम किसी आइटम को सेलेक्ट करना चाहते हैं तो माउस के लेफ्ट बटन से क्लिक करके ऐसा किया जा सकता है।
- Clicking:- क्लिक करने के लिए माउस के बटन दबाये फिर चाहे वो लेफ्ट या राइट बटन हो सकता है अब आइटम पर क्लिक करें और अगर लेफ्ट बटन दबाते हैं तो आइटम सलेक्ट होती है व राइट बटन दबाते हैं तो एक लिस्ट ओपन होती है जिसमे बोहत सारे ऑप्शन होते हैं।
- Dragging And Dropping:- कंप्यूटर स्क्रीन पर किसी आइटम या फोल्डर को मूव करना ड्रैग एंड ड्राप कहलाता है इसका मतलब किसी आइटम को एक स्थान से दूसरे स्थान पर रखना। ऐसा करने के लिए आइटम को माउस से सेलेक्ट करे और अब लेफ्ट बटन को दबा कर रखे जहा आइटम को रखना है वह छोड़ दे !
- Scrolling:- माउस के द्वारा किसी पेज को ऊपर निचे करना स्क्रॉलिंग कहलाता है इसमें माउस के स्क्रॉल बटन को यूज़ करते हैं पेज को ऊपर करने के लिए स्क्रॉल बटन को ऊपर की तरफ व पेज को निचे करने के लिए स्क्रॉल बटन को निचे की तरफ स्क्रॉल किया जाता है।
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माउस के बटन के नाम – Mouse ke button ke naam
अगर आप भी जानना चाहते है Mouse ke button ke naam तो निचे पढ़े :
Note :- अगर आप माउस को यूज़ करना चाहते हैं तो इसको यूज़ करने के लिए थोड़ा स्पेस जरुरी है ताकि आप माउस को अच्छे से चला सके। एक माउस में 3 बटन होते हैं लेफ्ट, राइट एंड स्क्रॉल बटन !
- माउस में सबसे जायदा लेफ्ट बटन को यूज़ किया जाता है जैसे किसी आइटम को सेलेक्ट करना हो या किसी फोल्डर पर लेफ्ट बटन दो बार प्रेस करने पर फोल्डर को ओपन किया जा सकता है।
- राइट बटन से किसी फोल्डर पर क्लिक करके उसकी जानकारी प्राप्त की जा सकती है या बोहत सारे ऑप्शन शो हो जाते हैं।
- स्क्रॉल बटन से किसी पेज को up एंड डाउन करके के लिए उपयोग किया जाता है।
- माउस का साइज एक साबुन की तरह होता है जिस पर हम अपने हाथ को रखते हैं और माउस को यूज़ करते हैं।
- आज कल गेमिंग माउस को बोहत पसंद किया जा रहा है इनमे जायदा बटन व फंक्शन होते हैं। जिनसे हम गेम खेल सकते हैं।
Mouse Kitne Prakar Ke Hote Hain Video
Conclusion of Mouse Kitne Prakar Ke Hote Hain
आज के इस लेख में जाना Mouse Kitne Prakar Ke Hote Hain और इसका कार्य क्या है ? माउस का पूरा नाम क्या है के बारे में जाना। आशा करता हूँ आपको माउस से जुड़ा लेख पसंद आया होगा इसलिए इसको अपने दोस्तों के साथ शेयर करें अगर कोई डाउट है Mouse Kitne Prakar Ke Hote Hain से रिलेटेड तो कमेंट सकते हैं।
माउस के कितने भाग होते हैं?
माउस के 3 भाग होते हैं इसमें लेफ्ट और राइट बटन व बीच में स्क्रॉल व्हील लगा होता है। अगर किसी आइटम को सेलेक्ट करना है तो लेफ्ट बटन को यूज़ करें और अगर आइटम या फोल्डर की डिटेल्स चेक करनी है तो राइट बटन को दबाएं। पेज को up एंड down करने के लिए स्क्रॉल व्हील को यूज़ करें !
माउस के दो प्रकार क्या हैं?
माउस के दो प्रकार मैकेनिकल व ऑप्टिकल माउस होते हैं और मैकेनिकल माउस को बॉल माउस भी कहते हैं। इसमें एक स्क्रॉल को यूज़ किया गया है अगर ऑप्टिकल माउस की बात की जाये तो इस तरह के माउस के अंदर led का उपयोग किया जाता है।