Gateway in Hindi क्या है – गेटवे क्या काम करता है?

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क्या आप जानते हैं की Gateway in Hindi क्या है ? अगर नहीं जानते है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे गेटवे क्या होता है और इसका उपयोग क्या है। अगर जानते हैं तो इस लेख को पढ़े ताकि आपकी जानकारी ओर बढ़ सके। गेटवे का simple शब्दों में अर्थ है कि नेटवर्क के Entry और Exit होना का रास्ता। इसका मतलब दो नेटवर्क को आपस में जोड़ना गेटवे कहलाता है और इसका उपयोग किसी कंप्यूटर या डिवाइस में इंटरनेट को चलाने के लिए किया जाता है।

Gateway in Hindi
Gateway in Hindi

Gateway in Hindi Kya hai – गेटवे क्या है पूरी जानकारी ! 

Gateway कंप्यूटर की भाषा में नेटवर्किंग डिवाइस है इसमें नेटवर्क आपस में communication करने के लिए गेटवे डिवाइस का उपयोग करते हैं। गेटवे एक तरह से Node के रूप में कार्य करता है जिसमें Entry और Exit पॉइंट होता है। गेटवे को हम हार्डवेयर डिवाइस के रूप में जानते हैं दो नेटवर्क के बीच ट्रान्सलेटर का काम करता है। गेटवे के बिना इंटरनेट को excess करना मुश्किल होता है और इसमें हम LAN नेटवर्क को WAN नेटवर्क के साथ कनेक्ट कर सकते हैं अगर डाटा हमारे नेटवर्क में available नहीं है तो हम दूसरे नेटवर्क से डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं। Gateway का दूसरा नाम Protocol Converters भी है ।

Gateway Kya Kaam Karta Hai – गेटवे क्या काम करता है?

आप ये तो जान गए हैं Gateway kya hai और अब जानते हैं ये काम कैसे करता है ?

डाटा गेटवे के दवारा पुरे वेब में संचार करता है और जिसके द्वारा हम Online शॉपिंग कर सकते है व अगर गूगल पर कुछ सर्च करना है तो गेटवे के साथ संभव हो पाता है। मान लीजिये आपके पास LAN नेटवर्क है और आप LAN नेटवर्क से कनेक्ट कंप्यूटर से डाटा प्राप्त करना चाहते हैं तो वो डाटा आप आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। पर इसके विपरीत अगर WAN नेटवर्क से डाटा प्राप्त करना चाहते है तो आपको इसमें गेटवे हेल्प करेगा डाटा को प्राप्त करने में।

इसका मतलब ये एक डाटा कम्युनिकेशन डिवाइस है जिसके द्वारा एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में डाटा ट्रांसफर का काम करता है। गेटवे के बिना इंटरनेट को कंप्यूटर या डिवाइस में excess करना संभव नहीं है इसके द्वारा एक नेटवर्क दूसरे नेटवर्क से कनेक्ट होता है और communication करने में आसानी प्रदान करता है।

Types of Gateway in Hindi – गेटवे के प्रकार हिंदी में

Gateway in Hindi के दो प्रकार होते हैं जो इस प्रकार हैं :

  1. Unidirectional Gateway
  2. Bidirectional Gateways
Unidirectional Gateway :- हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर Unidirectional gateway बनता है जैसा की इसके नाम से पता लग रहा है डाटा को केवल एक दिशा में संचार कर सकता है। इसका मतलब डाटा को या तो Send कर सकते है या Receive कर सकते हैं। इसको achieving टूल्स के नाम से भी जानते हैं। 

 

Bidirectional Gateways :- ये Unidirectional Gateway के बिलकुल विपरीत है क्युकि इसके द्वारा डाटा को दोनों दिशाओ में संचार कर सकते है और इसका मतलब डाटा को सेंड और रिसीव एक साथ कर सकते हैं। 

 

गेटवे की विशेषताएँ 

  • गेटवे की सबसे मह्त्वपूर्ण विशेषता डाटा को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर आसानी से ट्रांसफर करने की है इसका मतलब एक ट्रांसलेटर की तरह काम करता है।
  • ये डिवाइस OSI मॉडल की सातों लेयर पर काम करता है।
  • गेटवे डाटा को Transmit करता है जिस रास्ते पर डाटा ट्रांफर होता है।
  • गेटवे नेटवर्क Protocol कनवर्टर की तरह काम करता है।
  • गेटवे के द्वारा डाटा को manage किया जा सकता है क्यूकि ये बॉर्डर लाइन पर काम करता है।
  • डाटा को ट्रांसफर करने के लिए पैकेट switching टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है।

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राउटर और गेटवे में अंतर

  • अगर देखा जाए तो गेटवे और राउटर एक समान है। जैसा की आप जानते हैं गेटवे का काम दो नेटवर्क को जोड़ना व उनकी ट्रैफिक को कंट्रोल करना है ठीक इसी प्रकार राउटर भी कार्य करता है।
  • इसके मतलब यह है राउटर को गेटवे मान सकते हैं पर गेटवे को राउटर नहीं मान सकते हर स्तिथी में ! ऐसा इसलिए है क्यूंकि गेटवे एक हार्डवेयर डिवाइस है और राउटर एक सॉफ्टवेयर की तरह है। राउटर एक
  • नेटवर्किंग लेयर सिस्टम पर काम करता है जिससे डाटा पैकेट को manage और forward करने के लिए यूज़ किया जाता है।
  • गेटवे जैसा के इसके नाम से ही परिभाषित हो रहा है कि ये एक घर के गेट की तरह होता है इन और आउट के लिए।
  • राउटर को सीमित एप्लीकेशन पर ही एक्सेस किया जा सकता है।
  • परंतु गेटवे को dedicated सर्वर व एप्लीकेशन पर होस्ट कर सकते हैं।

नेटवर्किंग में गेटवे का उपयोग करने के लाभ

  1. दो अलग अलग नेटवर्क को आपस में जोड़ता है गेटवे के उपयोग से।
  2. अच्छी और सटीक सुरक्षा से पॉइंट ऑफ़ व्यू से दूसरे नेटवक कनेक्शन से बेहतर है।
  3. इंटरनेट डाटा पैक को डिकैप्सुलेट और एनकैप्सुलेट करने में हेल्प करता है।
  4. यह सभी तरह के नेटवर्क को कनेक्ट कर सकता है।

नेटवर्किंग में गेटवे का उपयोग करने की हानि

  1. यह संभालना बोहत मुश्किल है।
  2. इसके साथ नेटवर्क की स्पीड पर बुरा असर पड़ता है।
  3. एक बार सेटअप करने पर फ़ैल होता है तो दोबारा इसका सेटअप बनाना मुश्किल हो जाता है।
  4. अगर आपको कोई प्रॉब्लम आती है तो Troubleshoot करने में मुश्किल आती है।

गेटवे का सेट अप

गेटवे को सेटअप कैसे करना है ये जानने के लिए निचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें :-

  1. गेटवे को अपने कंप्यूटर से जोड़ने के लिए डाटा केबल की जरूरत होगी जिसके साथ आप गेटवे को कंप्यूटर से कनेक्ट कर सकते हैं।
  2. अब अपने कंप्यूटर में नेटवर्क वाले आइकॉन पर क्लिक करे और अपने रूट फोल्डर को ओपन करे।
  3. फोल्डर को ओपन करने के बाद config.txt को ओपन करे अब अपना WIFI पसवर्ड डाले और सेट उप करे।
  4. इसके बाद इसको सेव पर क्लिक करे।

Conclusion of Gateway in Hindi

आज के इस लेख में आपने जाना Gateway in Hindi क्या है और गेटवे कितने प्रकार के होते हैं। अगर आपको ओर जानकारी चहिये Gateway in Hindi से तो आप नीचे comment कर सकते हैं या कोई doubt है और आशा करता हूँ की आपको जानकारी अच्छी लगी होगी इसलिए इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे ताकि उनकी नॉलेज में वृद्धि हो।

FAQ of Gateway in Hindi

गेटवे क्या है कंप्यूटर में?

गेटवे एक हार्डवेयर डिवाइस है जिसके दवारा दो नेटवर्क को आपस में कनेक्ट करता है इसका main काम ट्रैफिक को कंट्रोल करना होता है जैसा की इसके नाम से पता लग रहा है “गेट” मैनें अंदर और बाहर जाने के रास्ता !

गेटवे कितने प्रकार के होते हैं?

Gateway के दो प्रकार होते हैं :

1. Unidirectional Gateway
2. Bidirectional Gateways

Unidirectional Gateway :- हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर Unidirectional gateway बनता है जैसा की इसके नाम से पता लग रहा है डाटा को केवल एक दिशा में संचार कर सकता है। इसका मतलब डाटा को या तो Send कर सकते है या Receive कर सकते हैं। इसको achieving टूल्स के नाम से भी जानते हैं। 

Bidirectional Gateways :- ये Unidirectional Gateway के बिलकुल विपरीत है क्युकि इसके द्वारा डाटा को दोनों दिशाओ में संचार कर सकते है और इसका मतलब डाटा को सेंड और रिसीव एक साथ कर सकते हैं। 

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